
धनौरी(श्रवण गिरी)।ज्वालापुर विधानसभा के अंतर्गत तेलीवाला गांव की सड़क तालाब में तब्दील हो गयी है।जिस से ग्रामीण पिछले दो वर्षों से तालाब से निकलने वाली सड़क पर चलने को मजबूर है।क्योंकि ग्रामीण सड़क पर नल जल का पानी, नाली का गंदे पानी एवं बरसात के पानी रहने से बड़े-बड़े गड्ढे व कीचड़ हो जाने से लोग गंदे रास्ते पर चलने को मजबूर हैं।ग्रामीणों ने बताया कि पानी की निकासी नहीं होने के कारण नाली का पानी सड़को पर ही बह रहा है।जिससे सड़को पर चलना दुर्लभ हो गया है।इसी रास्ते पर सरकारी स्कूल,सरकारी चिकित्सालय भी है।वहाँ आने जाने वाले स्कूल के बच्चें एवं ग्रामीण परेशान है। ग्रामीणों ने कहा कि एक तरफ सरकार उत्तराखंड के सभी गांव को मॉडल बनाने की बात कर रही है तो वहीं तेलीवाला गांव की जनता आज के समय में भी 90 के दशक में जीने को मजबूर है इस संबंध में कई बार जनप्रतिनिधियों को भी इससे अवगत कराया गया है। उसके बावजूद भी हम लोग नाले का गंदे पानी के रास्ते आने जाने को मजबूर हैं।ग्रामीणों ने कहा कि इसी गांव के रास्ते प्रतिदिन सरकारी अधिकारी,कर्मचारियों अलावा किसान राहगीर आते जाते रहते हैं उन्होंने कहा कि रास्ते में अधिक पानी भरा हो जाने के कारण कई बार घटनाएं भी हो गयी है। ग्रामीणों ने कहा कि इस रास्ते पर पैदल चलना भी दुर्भर हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि धान बोने के लिए खेतों में पानी हो या ना हो लेकिन हमारे गांव के मुख्य मार्ग पर सालों भर गंदा पानी जमा रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर गंदा पानी हो जाने से भिन्न-भिन्न प्रकार के रोग फैलने का भय हमेशा लगा रहता है। ग्रामीण मिथुन ,टिंकू, सेवाराम ,मनोज आदि ने बताया कि ग्रामीण सड़क को लेकर विभाग एवं जनप्रतिनिधि को भी कई बार बोल चुके है और लिखित में आवेदन भी दे चुके है। लेकिन विभाग एवं जनप्रतिनिधि के द्वारा दो वर्ष से ज्यादा बीत जाने के बावजूद भी अभी तक इस दिशा में कार्रवाई नहीं की गई है ग्रामीणों ने कहां की इसी रास्ते से होकर प्राथमिक विद्यालय ,आंगनबाड़ी, राजकीय पशुचिकित्सालय आदि जैसी इकाईयों पर जाने के लिए मुख्य मार्ग के रूप में किया जाता है।लेकिन रास्ते में कीचड़ और पानी रहने के कारण आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।अब देखना यह है कि जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देते है या नही।
