
धनौरी(श्रवण गिरी)।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख डॉ. हरीश रौतेला ने कहा कि युवाओं को लक्ष्य तय करके उसकी प्राप्ति के लिए जी जान से जुट जाना चाहिए। बिना समर्पण के लक्ष्य प्राप्ति नहीं होती है।
मंगलवार को हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज धनौरी में संस्थापक स्वर्गीय डॉ.तेजवीर सिंह सैनी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की ओर से भारतीय एवं पाश्चात्य संस्कृति का दर्शन विषय पर विशेष व्याख्यान भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. हरीश ने कहा कि शिक्षाऋषि डॉ तेजवीर सिंह सैनी ने संस्कारयुक्त शिक्षा देने के लिए अपने जीवन भर की पूंजी का निवेश कर दिया। उच्च शिक्षा उत्तराखंड के संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद सिंह उनियाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में भारतीय संस्कृति एवं भारतीय भाषाओं को महत्व दिया गया है। हरिओम सरस्वती कॉलेज के संस्थापक डॉ. तेजवीर सिंह सैनी ने भी भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार में अपना योगदान दिया। श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय टिहरी के कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने कहा कि अति पिछड़े क्षेत्र में इस महाविद्यालय की स्थापना की गई है। बीते साल हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज ने विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कॉलेजो में सर्वाधिक प्रवेश पर रिकॉर्ड बनाया है। कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक हेमंत बिष्ट, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ अजयवीर सिंह पुंडीर,आरएसएस के पूर्व जिला कार्यवाह डॉ. अंकित सैनी, जिला पंचायत सदस्य भूप सिंह, विशेष व्याख्यान की संयोजक डॉ. स्वाति, बाल कल्याण समिति हरिद्वार की पूर्व अध्यक्ष अंजना सैनी आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंध समिति की अध्यक्ष सुमन देवी ने की। संचालन प्रभारी प्राचार्य डॉ. योगेश कुमार ने किया। प्रबंध समिति के सचिव डॉ. आदित्य सैनी, सेवाराम भारती, सुल्तान, कविता सिंह, यशपाल, विजय सैनी आदि उपस्थित रहे।







