
हरिद्वार(नीति शर्मा)। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बतया कि श्रवण मास में 11 जुलाई से 23 जुलाई तक चलने वाले कांवड़ में देश के विभिन्न प्रदेशों से लाखों की संख्या में कांवडियों / श्रद्धालुओं के आने की प्रबल सम्भावना है। जिस कारण विशेष सतर्कता बरते जाने तथा विभिन्न विशेष व्यवरथायें करना भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर कांवड़ मेला क्षेत्र के विभिन्न जोन से सम्बन्धित सेक्टरों में स्वच्छता एवं सफाई, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, यातायात एवं भीड़ नियंत्रण, विभि-व्यवस्था एवं शांति सुरक्षा, मोटर एवं पैदल मार्ग व्यवस्था व नियंत्रण, विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति, मार्ग प्रकाश, अग्नि सुरक्षा शौचालयों में जलापूर्ति एवं प्रकाश व्यवस्था तथा उनकी समय से सफाई, जल भराव का निस्तारण, पार्किंग स्थलों में पैरिकेटिंग, पेयजल, सम्पर्क मार्ग एवं प्रकाश, अस्थायी पुलों, कांवडियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधाओं, अस्थायी घाटों की समुचित व्यवस्था, स्थायी घाटों पर रेलिंग, चेन, सफाई, काई सफाई एवं प्रकाश, ध्वनि विस्तारक यंत्रों की सुविधाये, मुख्य मार्गों व स्थलों पर सर्कतक पट्टिकाओं की व्यवस्था, पार्किंग तथा खाद्यान्न आपूर्ति इत्यादि और अन्य सुसंगत व्यवस्थाये सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित विभाग की है। उन्होंने बतया कि कांवड मेले में आने वाले श्रद्धालुओं एवं कांवड़ियों की यात्रा को सरल, सुगम एवं सहजता प्रदान करने, सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में कानून एवं शान्ति व्यवस्था और यातायात की व्यवस्थाओं हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है, जोकि 10 जुलाई 2025 अपरान्ह 04 बजे से प्रारम्भ होगी तथा दिनांक 23.07.2025 को जलाभिषेक के उपरांत मेला समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान कोई भी तैनात मजिस्ट्रेट अनुमति के बिना अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही नगर मजिस्ट्रेट हरिद्वार नगर क्षेत्र में तथा समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट अपने अपने उप मण्डल में विधि एवं शान्ति व्यवस्था कायम रखने हेतु जिम्मेदार रहेंगे।
उन्होंने बताया कि फिंचाराम चौहान, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), हरिद्वार तहसील हरिद्वार एवं भगवानपुर के कांवड़ मेला क्षेत्र तथा दीपेन्द्र सिंह नेगी अपर जिलाधिकारी हरिद्वार तहसील लक्सर एवं रूडकी कावड मेला क्षेत्र के नोडल अधिकारी नामित किये गये है, जो समय-समय पर कांवड मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायेगे। उन्होंने बताया कि 16 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 37 जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि 124 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, जोकि मेला अवधिके दौरान दो शिफ्ट में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले के सफल आयोजन हेतु सीसीआर में कांवड़ मेला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है जिसके लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, प्रभारी अधिकारी कांवड़ मेला कन्ट्रोल रूम, तथा सहयोग हेतु जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा रावत को तैनात किया गया है। मेला नियंत्रण कक्ष के 24 घण्टे की तर्ज पर संचालन हेतु रोस्टर बनाकर 12 कार्मिकों की तैनाती की गई है।

14 से 23 जुलाई तक भौतिक रूप से शैक्षणिक कार्य का अवकाश घोषित
जिला मजिस्ट्रेट एवम् जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि जनपद हरिद्वार में श्रावण कांवड़ मेला-2025 प्रारम्भ होने के फलस्वरूप दिन-प्रतिदिन कांवडियों का आवागमन बढ़ने तथा सड़क मार्गों पर काफी भीड़ होने से जिला प्रशासन द्वारा आने वाले दिनों में कांवडियों के आवागमन हेतु मार्ग बन्द / डायवर्ट किया जाना है। कांवड मेला के दौरान दिन-प्रतिदिन कांवडियों की बढ़ती भीड़ के कारण आवागमन मार्ग के बन्द/ डायवर्ट होने तथा कांवड मेला की चरम अवधि में जनपद में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर विद्यालय आने-जाने में छात्र-छात्राओं को होने वाली कठिनाई व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जनहित में विद्यालयी शिक्षा के अन्तर्गत संचालित समस्त सरकारी व गैर-सरकारी विद्यालयों, समस्त उच्च शिक्षण संस्थानों, प्राविधिक / तकनीकी शिक्षण संस्थानों तथा आँगनबाड़ी केन्द्रों में 14 जुलाई से दिनांक 23 जुलाई तक भौतिक रूप से शैक्षणिक कार्य हेतु अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि अवधि में विद्यार्थियों की शैक्षणिक गतिविधियों को बनाये रखने के लिए ऑनलाईन शिक्षण कार्य सम्पादित किया जायेगा। उन्होंने आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए।


