
रूड़की(नीति शर्मा)। कोर विश्वविद्यालय में रविवार को गुरु सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 228 शिक्षकों और 42 प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया गया।
वक्ताओं ने कहा है कि शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। एक शिक्षक अपने जीवन के अंत तक मार्गदर्शक की भूमिका अदा करता है और समाज को राह दिखाता रहता है, तभी शिक्षक को समाज में उच्च दर्जा दिया जाता है। शिक्षक का संबंध केवल विद्यार्थी को शिक्षा देने से ही नहीं होता बल्कि वह अपने विद्यार्थी को हर मोड़ पर उसको राह दिखाता है। किसी भी राष्ट्र का आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक विकास उस देश की शिक्षा पर निर्भर करता है। अगर राष्ट्र की शिक्षा नीति अच्छी है तो उस देश को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। अगर शिक्षा नीति अच्छी नहीं तो वहां की प्रतिभा दब जायेगी। एक शिक्षक बेकार शिक्षा नीति को भी अच्छी में तब्दील कर देता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कुलसचिव डॉ मनीष कुमार ने कहा कि शिक्षक समाज के शिल्पकार हैं, जो छात्रों को ज्ञान और नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण करते हैं। अध्यक्ष जेसी जैन ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए शिक्षकों के साथ मिलकर काम करने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई और छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया। इस दौरान उपाध्यक्ष श्रीयांस जैन, कुलपति डॉ अंकुश मित्तल, नवनीत विवेक, अनुराग सिंह आदि मौजूद रहे।

