
हरिद्वार(अनिल शीर्षवाल)। राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जमालपुर कला में सरकार के आदेशों की फिर से धज्जियां उड़ाई गईं।
दरसअल, सरकार के निर्देश हैं कि महीने के अंतिम शनिवार को प्रतिभा दिवस के रूप में मनाया जाए। जिसमें बच्चों को बिना बैग स्कूल बुलाया जाए और उनसे स्कूल में विविध प्रकार की गतिविधियां कराई जाएं, ताकि बच्चे अन्य गतिविधियों में भी निपुण हो सकें,
लेकिन, जमालपुर कला के राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जमालपुर कला में सरकार के आदेशों का कोई पालन नहीं किया गया। सभी बच्चों को भारी- भारी बस्तों में बुलाया गया और छुट्टी होने के बाद बस्तों के साथ वापस भेजा गया।
बता दें कि यह वही सरकारी स्कूल है जिसके स्कूल के गेट प्रवेश उत्सव के दिन भी बंद रहे थे। जिसे सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने के लिए आए बच्चे और अभिभावक को घंटा दोपहर में धूप में खड़े होकर वापस मायूस लौटना पड़ा था। खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच में यह सही भी पाया था।
मामले में कार्रवाई करने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई थी।
अब फिर से सरकारी आदेशों का खुलेआम स्कूल में उल्लंघन किया गया है। जिसे साफ हो रहा है कि प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार बर्थवाल के लिए सरकारी आदेश कोई मायने नहीं रखते हैं। वह मनमानी करते हुए केवल अपने नियम-कायदे चलाएंगे। जिसके लिए वह सरकारी नियम कायदों को भी ताक पर रख रहे हैं।