
रुड़की(संदीप तोमर)। विजिलेंस की टीम ने तहसील में अपर तहसीलदार के रुड़की निवासी पेशकार रोहित को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि उसके द्वारा एक अधिवक्ता से रिश्वत ली गई थी। खबर लिखे जाने तक विजिलेंस की टीम कागजी कारवाई में जुटी थी।
लेकिन यहां आप पूरा मामला समझ सकते हैं।
पहले मामले को समझिए
शिकायतकर्ता द्वारा सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर पर शिकायत अंकित करायी गयी कि,उसकी बहन की कृषि भूमि का वाद न्यायालय तहसीलदार रुड़की में चल रहा था,जिसमें 24/3/25 को न्यायालय द्वारा एक पक्षीय आदेश कर दिये गये, जिस कारण उनके द्वारा 21/4/25 को एक रेस्टोरेशन प्रार्थना पत्र पुनः सुनवाई हेतु दिया गया था,उक्त पत्रावली पर कार्यवाही कराये जाने के एवज मे अपर तहसीलदार रुड़की के पेशकार रोहित द्वारा 25,000 रिश्वत की माँग की जा रही है। शिकायतकर्ता रिश्वत नही देना चाहता है,उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए आरोपी रोहित पुत्र रामपाल सिंह निवासी मकान न0 273 ग्राम कस्बा रुड़की, थाना रुड़की जनपद हरिद्वार, को शिकायतकर्ता से 10,000/- रूपये (दस हजार रूपये) की रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के आवास की तलाशी व अन्य स्थानों पर चल अचल सम्पत्ति के सम्बन्ध में पूछताछ जारी है। निदेशक सतर्कता डॉ० वी० मुरूगेसन, द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी।
दरअसल बताया गया है कि रुड़की तहसील में अपर तहसीलदार के पेशकार के पद पर रोहित निवासी अम्बर तालाब रुड़की की तैनाती है। बताया गया है कि एक अधिवक्ता से किसी कार्य हेतु उसके द्वारा पैसों की मांग की गई गई थी। जिसके बाद उक्त अधिवक्ता द्वारा सूचना विजिलेंस को दी गई। विजिलेंस द्वारा पीड़ित के साथ आरोपी को पकड़ने की पूरी रूपरेखा तैयार की और कैमिकल लगे नोटों को पीड़ित के द्वारा उक्त पेशकार के पास भिजवाया गया। जैसे ही पेशकार ने पैसे लिए तो पहले से तैनात विजिलेंस की टीम ने उसे धर दबोचा। पीड़ित और आरोपी के हाथों को पानी में डलवाकर सबूत जुटाए और फिर आगे की प्रकिया शुरू की। खबर लिखे जाने तक विजिलेंस की कारवाई जारी थी। हालांकि अभी विजिलेंस की ओर से मामले में कोई जानकारी मीडिया को नहीं दी गई।

