
हरिद्वार(विकास सैनी)। बहादराबाद में रेस्टोरेंट नुमा गुरु नानक ढ़ाबा बिना फायर बिग्रेड की एनओसी के बिना ही संचालित हो रहा है।जबकि किसी भी ढाबे एवं रेस्टोरेंट ,शिक्षण संस्थान,वैंकट हाल को संचालित करने के लिए अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आवश्यक है। इस बात का खुलासा आरटीआई के तहत हुआ है जब आरटीआई कार्यकर्ता विकास सैनी ने उक्त ढाबे से सम्बंधित अग्निशमन विभाग से जानकारी चाही तो जनाकारी प्राप्त हुई की बहादराबाद हाइवे पर रेस्टोरेंट नुमा गुरु नानक ढ़ाबा बिना किसी अग्निशमन की एनओसी के संचालित किया जा रहा है।जबकि वहाँ हाइवे से हजारों लोगों के साथ प्रशासन के अधिकारियों भी गुजरते है।हर दिन सैकड़ो की संख्या में एक साथ ढाबे के अंदर लोग अपने परिवार के साथ भोजन भी करने आते है। इससे कही किसी दिन कोई बड़ी जनहानि होने की आशंका है। इतना ही नही इसके ठीक सामने पुलिस पिकेट ओर पुलिस पेट्रोल वाहन ओर सीपीयू की टीम हर रोज चैकिंग करती नजर आती है।लेकिन क्या वह पुलिसकर्मी भी किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।

साथ ही सम्बंधित अभिसूचना इकाई के अधिकारीयो को भी इस बाबत कोई जानकारी नही है। कि बहादराबाद में गुरु नानक ढ़ाबे के साथ ऐसे अन्य ओर भी कई ढ़ाबे संचालित हो रहे है।जिनके पास अग्निशमन विभाग के कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं उपकरण नही है। विभाग इस बात के इंतजार में है कि कब किस दिन कोई बड़ी जनहानि हो और उसके बाद कार्यवाही की जाए।
बहादराबाद हाइवे पर बने इस रेस्टोरेंट नुमा गुरु नानक ढ़ाबे के अंदर एक साथ सैकड़ो लोग भोजन करते है।अगर किसी कारणों के आग लग जाती है।तो उससे कोई बड़ी जनहानि हो सकती है।हरिद्वार का अग्निशमन विभाग जो अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करता है।वह केवल मुक़दर्शक बना बैठा है।अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस ढाबे पर क्या कार्रवाई करता है।
