
हरिद्वार(नीति शर्मा)। कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत के द्वारा किए जा रहे भेदभाव और कोई विकास कार्य न कराने, क्षेत्र से दूरी बनाए रखने के आक्रोश में वन गुर्जरों के तमाम लोगों ने भाजपा ज्वाइन कर ली। उन्हें भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने गैंडीखाता वन गुर्जर बस्ती में पार्टी ज्वाइन कराई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वन गुर्जरों को वोट के लिए इस्तेमाल किया, कभी वन व जंगल क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मूलभूत सुविधाओं के लिए कोई काम नहीं किया, लेकिन भाजपा की सरकार ने जीवन जीने के लिए हर मूलभूत सुविधाओं के लिए विकास कार्य कराएं और तमाम कार्य गतिमान है।

शुक्रवार को गैंडीखाता में पार्टियों में बड़ा उल्टफेर हुआ। कांग्रेस की लंबे समय से सेवा कर रहे वन गुर्जरों ने कांग्रेस की विधायक से नाराज होकर पार्टी का बायकाट कर पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में भाजपा ज्वाइन कर ली। वन गुर्जरों के नेता एवं कांग्रेस के हरिद्वार ग्रामीण उपाध्यक्ष रोशनदीन, नूर आलम कसाना ने कहा कि पिछले दो बार में विधायक रहते हुए और अब बिना विधायक निर्वाचित हुए भी स्वामी यतीश्वरानंद ने वन गुर्जरों के क्षेत्र में हर सुविधाओं के लिए कार्य कराए और आज भी जारी है।
बाबू खटाना और नूर भड़ाना ने कहा कि समाज ने एक तरफा होकर विधानसभा—2022 में कांग्रेस की प्रत्याशी अनुपमा रावत को जिस उद्देश्य से जिताकर विधानसभा में भेजा था, वह हमारे समाज की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। उन्होंने हमेशा हमारे समाज की अनदेखी की है। आज हम लोग विकास से कोसों दूर है। सड़कों की हालत बहुत खराब है। लोगों के आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं। जिला पंचायत में भी समाज को वंचित किया। जब—जब समाज का उत्पीड़न हुआ, कभी भी कांग्रेस ने साथ नहीं दिया। जिससे हमारा मनोबल टूटता गया और फिर हम लोगों को मजबूरन पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की शरण लेनी पड़ी और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद की जब भी हमें जरूरत पड़ी उन्होंने हमेशा बिना भेदभाव के हमारी बहुत मदद की है। वन गुर्जरों एकमत होकर कहा कि विधायक अनुपमा रावत के खिलाफ हरिद्वार ग्रामीण की जनता में काफी आक्रोश है जिसका जवाब 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता उनको अवश्य देगी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि वन गुर्जर समाज को अपनी परम्परा एवं पुराने रीति रिवाज को जिन्दा रखना चाहिए, ताकि वन गुज्जर समाज की पहचान बनी रहे। उन्होंने कहा कि वन गुर्जर समाज की प्रमुख समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करवाया जाएगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी ने क्षेत्र की समस्या बताने को कहा। संचालन करते हुए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मौ सफी लोधा ने कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने अपने कार्यकाल में जो विकास की नींव रखी थी, उस पर पूर्ण रूप से विराम लग गया है।

इस मौके पर अनीस गौड, एजाज हसन, जमीन हसन, अनीस अहमद, नसी सलमानी, खुर्रम मलिक, युसूफ मलिक, मन्ना लोधा, नजर हुसैन, अब्बी लोधा, आलम भाई, शमशेर चेची, गामी खटाना, मुमताज कसाना, शमशेर कसाना, नोमान, इस्माइल, मुख्तयार चोपड़ा, रोशनदीन, नूर आलम कसाना, अलीजान चेची, बाबू खटाना, नूर भड़ाना, नूर बनिया, गुलाम आलम, मुस्ताक, लियाकत, मुस्तफा लोधा, गुलाम रसूल, मीर हमजा बनिया, गुलाम मुस्तफा, शमशेर बनिया, इंतजार लोधा, वजीर लोधा, रफी चौहान, दीपक जखमोला, एजाज हसन, आलोक द्विवेदी, प्रदीप गौड़, अशोक चौधरी, मनीष प्रधान, नृपेंद्र चौधरी, दुग्ध संघ के चेयरमैन प्रमोद, धीर सिंह, विकास आदि शामिल हुए।

