
रुड़की(विकास सैनी)। मध्य प्रदेश में कफ सिरप पीने से हुई 15 बच्चों की मौत के बाद केन्द्रीय औषधि नियंत्रण विभाग एवं उत्तराखंड ड्रग विभाग द्वारा लगातार सिरप बनाने वाली कंपनियों एवं दवा की दुकानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। शुक्रवार को टीम ने भगवानपुर स्थित सिरप बनाने वाली तीन कंपनियों के यहां औचक निरीक्षण किया। इसके अलावा टीम ने रुड़की के कई दवा दुकानों के यहां सिरप की जांच की। टीम ने इस दौरान पांच सैंपल भी लेते हुए जांच के लिए लैब भेजा।
सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि मंडावर भगवानपुर स्थित सिरप की तीन कंपनियों के यहां औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान सिर्फ एक कंपनी में सिरप बनते हुए मिला। जो कि जानवरों के लिए कंपनी सिरप बना रही थी। उन्होंने इन कंपनियों को मानक के अनुरूप ही सिरप बनाने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा टीम ने भगवानपुर तथा रुड़की में दवा की दुकानों का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दवा की दुकानों में बिक रही सिरप की टीम ने जांच पड़ताल की। शक के आधार पर पांच सैंपल भी लिए। इधर, जैसे ही दवा दुकानदारों को पता चला कि रुड़की में ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा छापेमारी की जा रही है हड़कंप मच गया। कई दुकानदार टीम के आने से पहले ही दुकान बंद कर कहीं चले गए। जिन दुकानदारों पर टीम को शक है उन्हें चिन्हित करने का भी काम किया जा रह है। ताकि आने वाले समय में ऐसे दुकानदारों के यहां कार्रवाई की जा सके। उन्होंने सभी दुकानदारों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि डॉक्टर के सलाह व पर्चे बिना किसी भी सूरत में कफ सिरप की बिक्री ना करें।
