
हरिद्वार(नीति शर्मा)। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम की कड़ी में आज हरिद्वार ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा। आईटीसी मिशन सुनहरा कल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, डीआरडीए, स्वजल, लीप ग्रामोत्थान, नगर निगम एवं ग्राम पंचायत औरंगाबाद सहित विभिन्न विभागों व संस्थाओं की संयुक्त पहल से “स्वच्छोत्सव 2025” का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशन में हुआ।
विकास भवन से हुआ अभियान का आगाज़
कार्यक्रम की शुरुआत विकास भवन की व्यापक स्वच्छता गतिविधियों से की गई। यहाँ सभी रेखीय विभागों ने सक्रिय सहयोग करते हुए झाड़ियाँ काटीं, प्लास्टिक कचरा एकत्र किया और भवन परिसर से लेकर चारों तलों तक सफाई अभियान चलाया। इस अवसर पर श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम, पीपीएचएफ, बंधन, प्रथम फाउंडेशन, मैजिक बस फाउंडेशन एवं लोक मित्र जैसी संस्थाओं ने भी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। आईटीसी लिमिटेड की ओर से श्री सचिन कांबले एवं श्री मिश्रा उपस्थित रहे।
मंदिर प्रांगण में स्वच्छता संकल्प
कार्यक्रम का दूसरा पड़ाव कनखल स्थित राधा कृष्ण मंदिर एवं शीतला माता मंदिर रहा। यहाँ नगर विधायक श्री मदन कौशिक के नेतृत्व में वृहत स्वच्छता अभियान चलाया गया। मंदिर परिसर से लगभग 200 किलोग्राम प्लास्टिक अपशिष्ट एकत्र कर निस्तारण हेतु भेजा गया। इस अवसर पर विधायक मदन कौशिक जी ने नागरिकों को शपथ दिलाते हुए कहा:
“स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, यह जीवन की आवश्यकता है। हर नागरिक को अपने घर, गली और कार्यस्थल की जिम्मेदारी निभानी होगी। हरिद्वार जैसे पवित्र नगर को स्वच्छता का आदर्श बनाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
वार्ड नम्बर 26 के पार्षद श्री सुभम मैंदोला ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा:
“ऐसे आयोजन समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की चेतना को गहराते हैं। आईटीसी मिशन सुनहरा कल द्वारा मंदिरों में चलाए जा रहे स्वच्छता कार्यक्रम और दीवार पेंटिंग जैसे प्रयास अनुकरणीय हैं।”
ग्राम पंचायत औरंगाबाद में व्यापक सफाई
दिन का तीसरा कार्यक्रम ग्राम पंचायत औरंगाबाद में आयोजित हुआ। यहाँ आईटीसी मिशन सुनहरा कल की टीम ने स्थानीय ग्रामीणों एवं स्वजल स्वजल परियोजना की समुदाय विशेषज्ञ अनीता जी के सहयोग से चार क्विंटल अपशिष्ट एकत्र कर सुरक्षित निस्तारण हेतु भेजा,
शपथ और सहभागिता
विकास भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान परियोजना निदेशक, स्वजल ने उपस्थित लोगों को स्वच्छता शपथ दिलाई। लगभग 300 प्रतिभागियों ने इस अवसर पर सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। वहीं, नगर निगम, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सामाजिक संस्थाएँ एवं स्थानीय दुकानदारों सहित कुल 400 से अधिक लोगों की भागीदारी दर्ज हुई।

आईटीसी मिशन सुनहरा कल की टीम से डॉ. पंत, आदित्य, सौरभ, लुबना, गिरीश तिवारी, अमरजीत, अमित, सालू कुमारी, यासीन, दीपक, विमला, जूली, बबली, स्नेहा, दीपिका, शिखा तथा ग्रीन टेंपल सुपरवाइज़र आशू कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे।
स्वच्छता के नारे बने प्रेरणा
🚯 “गंगा साफ़, जीवन ख़ास!”
🌊 “गंगा को गंदा मत करो, संस्कृति को कलंकित मत करो!”
🌸 “माँ गंगा का मान बढ़ाओ, घाट को स्वच्छ बनाओ!”
💧 “गंगा की पवित्र धारा, स्वच्छ रखना है हमारा काम!”
✨ “स्वच्छ गंगा, स्वच्छ भारत!”
🌍 “गंगा बचाओ, भविष्य बचाओ!”
🙌 “गंगा घाट का मान–सम्मान, स्वच्छता से ही पहचान!”
🚿 “गंदगी घाट पर ना फैलाओ, गंगा का आशीर्वाद पाओ!”
🕊️ “गंगा है जीवन की डोर, स्वच्छ रखो इसे भरपूर!”
🌿 “गंगा को मैला मत करो, अपना भविष्य उज्ज्वल करो!”
🏞️ “गंगा का सौंदर्य है अपार, स्वच्छ रखो हर बार!”
🌸 “गंगा घाट हमारी धरोहर, रखो इसे हमेशा स्वच्छ और सुंदर!”
💧 “गंगा की स्वच्छता, सबकी जिम्मेदारी!”
🌊 “गंगा की धारा, स्वच्छता हमारा नारा!”
🚯 “गंगा घाट पर गंदगी शर्म की बात, स्वच्छता से बढ़ेगी भारत की शान!”
स्वच्छता ही सेवा है गंदगी जानलेवा है।
हम सब ने यह ठाना है भारत को स्वच्छ बनाना है
🧹 “स्वच्छता है सेवा महान, रखें देश का ऊँचा सम्मान।”
🌱 “मंदिर हो या चौक–चौराहा, स्वच्छ रहे तो सुंदर नज़ारा।”
🚮 “कचरा फैलाना बंद करो, डस्टबिन का उपयोग करो।”
💧 “स्वच्छता और जल संरक्षण, जीवन का है सही समाधान।”
निष्कर्ष
स्वच्छोत्सव 2025 ने हरिद्वार में स्वच्छता आंदोलन को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की है। प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी वर्ग और आमजन की सक्रिय भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि हरिद्वार को स्वच्छ, सुंदर और जागरूक नगरी बनाने का संकल्प अब और सशक्त रूप से आगे बढ़ रहा है।




