
देहरादून(अनिल शीर्षवाल)। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में पुलिस ने आखिरकार मुख्य आरोपी खालिद मलिक को दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद उसके खुलासों ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। पुलिस जांच में सामने आया कि खालिद बहादुरपुर जट स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज की पिछली दीवार फांदकर परीक्षा केंद्र में दाखिल हुआ। हैरानी की बात यह रही कि उसने मोबाइल फोन जुराब में छिपाकर अंदर ले जाने में सफलता पाई, जबकि गेट पर चेकिंग चल रही थी। मास्टरमाइंड खालिद ने परीक्षा हॉल में बैठे-बैठे ही प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर अपनी बहन सबिया को भेजी। सबिया ने यह फोटो टिहरी निवासी प्रोफेसर सुमन चौहान तक पहुंचाई। शुरुआत में जैमर एक्टिव होने से संदेश नहीं जा सका, लेकिन खालिद वॉशरूम जाने का बहाना बनाकर बाहर निकला और वहां से फोटो ट्रांसफर कर दिया।

देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में किसी संगठित गिरोह की भूमिका सामने नहीं आई है। फिलहाल इसे पर्सनल चीटिंग का मामला माना जा रहा है। हालांकि पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है।सबसे अहम सवाल यह है कि परीक्षा हॉल में खालिद को फोटो खींचते हुए किसी ने क्यों नहीं देखा..? और दीवार फांदकर स्कूल में दाखिल होने के बावजूद सुरक्षा एजेंसियों को भनक क्यों नहीं लगी? यह घटना परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस अब इन खामियों की बारीकि से जांच कर रही है कि आखिर सख्त चेकिंग और जैमर के बावजूद मोबाइल फोन परीक्षा हॉल तक कैसे पहुंच गया।
