
रुड़की(संदीप तोमर)। माउंट आबू में देशभर से आए 400 पत्रकारों को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज ही पत्रकारो को राजयोग के अभ्यास का टिप्स देकर उन्हें सशक्त बना सकती है।उन्होंने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि उनके ब्रह्माकुमारीज से जुड़ने के बाद उनके जीवन मे अभूतपूर्व सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। जिसमे क्रोध का समाप्त होना भी शामिल है। समारोह के मध्य अचानक पहुंचे केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने ब्रह्माकुमारीज से जुड़े श्रीगोपाल नारसन के अनुभव को अन्य पत्रकारो के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का देश को आर्थिक व सामाजिक रूप से विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शोषित,पीडि़त व वंचित समाज को सशक्त बनाने के लिए मीडियाकर्मियों का नेत्र हमेशा खुला रहता है।
उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी संगठन देश भर की मीडिया को एकत्रित कर विश्व में शान्ति स्थापन करने का कार्य कर रहा है,जिसके लिए संस्था साधुवाद की पात्र है। जो समाज के हर वर्ग को एक साथ लेकर वसुधैव कुटुम्बकम की वास्तविक भावनाओं को परिलक्षित कर रही है। हर व्यक्ति अधिकार की बात करता है लेकिन मीडिया कर्तव्यों का बोध कराने में हमेशा अग्रसर रहता है। उन्होंने कहा कि मेडिटेशन आत्मा को परमात्मा से मिलाने का सशक्त माध्यम है।

ब्रह्माकुमारीज के विज्ञान व तकनीकी प्रभाग के अध्यक्ष मोहन सिंघल ने कहा कि हर व्यक्ति की नजर हमेशा मीडिया मंच की तरफ ही रहती है। मीडिया संसार के हर कोने में हो रही घटनाओं को पल झपकते ही एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचा देता है। इसी तरह से राजयोग भी मन को एक सेकेंड में इस लौकिक जगत से अलौकिक जगत ब्रह्माण्ड में रहने वाली परमशक्ति से जोड़ देता है। जिससे जीवन में परमात्म शक्ति का समावेश होने से हर कार्य सुगम हो जाता है। ब्रह्माकुमारीज महिला प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका डॉ. सविता अरोड़ा, दिल्ली जनभावना एडिटर डॉ. विवेक गौतम,सोनीपत डीआईपीआरओ राकेश गौतम, ओम शान्ति मीडिया एडिटर डॉ. बीके गंगाधर,राजयोग प्रशिक्षिका बीके योगिनी बहन ने भी मीडिया के विभिन्न विषयों के तहत मीडिया को सशक्त बनाने,समाज को नई दिशा देने,वर्तमान चुनौतियों में मीडिया की सकारात्मक भूमिका पर विस्तृत प्रकाश डाला।



