
हरिद्वार(अनिल शीर्षवाल)। प्रदेश कांग्रेस, हरिद्वार की जनता और दलित समाज के भारी विरोध के चलते उत्तराखंड की धामी सरकार अब हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम नहीं बदलेगी। स्टेडियम का नाम अब पूर्ववत ही रहेगा। इसकी जानकारी खुद हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया
हरिद्वार। प्रदेश कांग्रेस, हरिद्वार की जनता और दलित समाज के भारी विरोध के चलते उत्तराखंड की धामी सरकार अब हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम नहीं बदलेगी। स्टेडियम का नाम अब पूर्ववत ही रहेगा। इसकी जानकारी खुद हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने एक वीडियो जारी करके दी। जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि जब से उत्तराखंड की धामी सरकार ने वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम परिवर्तित किया तो महानगर कांग्रेस और दलित समाज के लोगों ने सरकार के फैसले का डटकर विरोध किया और जिस कारण धामी सरकार को अपना फैसला वापिस लेना पड़ा। वंदना ने बताया कि विगत दिनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें और उनके परिजनों को अपने आवास पर बुलाया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वंदना कटारिया स्टेडियम के नाम अब पूर्ववर्त ही रहेगा उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता और उनके समर्थकों का आगे भी वही प्यार और समर्थन मिलता रहेगा।
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने जब से वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम बदलकर योगस्थली परिसर रखा था, कांग्रेस ने उसका पुरजोर विरोध किया और युवा कांग्रेसी नेता वरुण बालियान और महानगर कांग्रेस द्वारा स्टेडियम के बाहर लगातार 7 दिन विरोध प्रदर्शन कर 28 मई को हरिद्वार के जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए महामहिम राज्यपाल को स्टेडियम का नाम न बदलने की मांग करते हुए ज्ञापन भी सौंपा था। जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यदि सरकार ने स्टेडियम का नाम पूर्ववत नहीं रखा तो कांग्रेस कार्यकर्ता गांव गांव जाकर इससे बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बनाएगा। इतना ही नहीं प्रदेश और देश का दलित समाज भी धामी सरकार के इस निर्णय से आक्रोशित था और वह आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने को तैयार बैठा था। जनता के भारी दबाव को देखते हुए अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खुद आगे आना पड़ा और उन्होंने हॉकी की शान वंदना कटारिया को आश्वस्त किया कि सरकार वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम नहीं बदलेगी।
हा कि जब से उत्तराखंड की धामी सरकार ने वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम परिवर्तित किया तो महानगर कांग्रेस और दलित समाज के लोगों ने सरकार के फैसले का डटकर विरोध किया और जिस कारण धामी सरकार को अपना फैसला वापिस लेना पड़ा। वंदना ने बताया कि विगत दिनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें और उनके परिजनों को अपने आवास पर बुलाया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वंदना कटारिया स्टेडियम के नाम अब पूर्ववर्त ही रहेगा उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनता और उनके समर्थकों का आगे भी वही प्यार और समर्थन मिलता रहेगा।
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने जब से वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम बदलकर योगस्थली परिसर रखा था, कांग्रेस ने उसका पुरजोर विरोध किया और युवा कांग्रेसी नेता वरुण बालियान और महानगर कांग्रेस द्वारा स्टेडियम के बाहर लगातार 7 दिन विरोध प्रदर्शन कर 28 मई को हरिद्वार के जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करते हुए महामहिम राज्यपाल को स्टेडियम का नाम न बदलने की मांग करते हुए ज्ञापन भी सौंपा था। जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि यदि सरकार ने स्टेडियम का नाम पूर्ववत नहीं रखा तो कांग्रेस कार्यकर्ता गांव गांव जाकर इससे बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बनाएगा। इतना ही नहीं प्रदेश और देश का दलित समाज भी धामी सरकार के इस निर्णय से आक्रोशित था और वह आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने को तैयार बैठा था। जनता के भारी दबाव को देखते हुए अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खुद आगे आना पड़ा और उन्होंने हॉकी की शान वंदना कटारिया को आश्वस्त किया कि सरकार वंदना कटारिया स्टेडियम का नाम नहीं बदलेगी।



