हरिद्वार(अनिल शीर्षवाल)।सेवाज्ञ संस्थानम्, जो एक सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में समर्पित कार्य कर रही है, ने आज हरिद्वार में आगामी “युवा धर्म संसद” की पूर्व संध्या पर विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन पूज्य आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण जी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के जीवन और विचारों के माध्यम से युवाओं में राष्ट्र एवं सांस्कृतिक चेतना का जागरण करना है। इस प्रदर्शनी में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक योगदान और भारतीय संस्कृति में निहित एकात्मता के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला गया है। इस अवसर पर पूज्य आचार्य मिथिलेशनंदनी शरण जी महाराज ने कहा, “यह प्रदर्शनी न केवल स्वामी विवेकानंद के जीवन को दर्शाती है, बल्कि यह हमें भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के सच्चे अर्थों से भी जोड़ती है। यह युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।”
युवा धर्म संसद
युवा धर्म संसद का आयोजन 13 और 14 सितंबर 2024 को पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार के सभागार में किया जा रहा है। इस वार्षिक उपक्रम का उद्देश्य भारतीय धर्म और संस्कृति के मूल्यों को युवाओं के समक्ष स्पष्ट करना और उन्हें राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करना है। इस बार के आयोजन में 24 राज्यों से छात्र, शिक्षक, विद्वान, मनीषी, संत और सामाजिक चिंतक हिस्सा लेंगे।युवा धर्म संसद का आयोजन स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म सम्मेलन में दिए गए ऐतिहासिक उद्बोधन के प्रेरणा से किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य धर्म, अध्यात्म और समाज से जुड़े विषयों पर युवाओं के विचारों को परिष्कृत करना है।
इस दौरान श्याम जी सिंह , प्रदीप दीक्षित , वागीश ओझा , अभिनव सिंह , भावेश उपाध्याय ,सोनी शर्मा , अमन भारद्वाज , शशांक पाण्डेय , अमित जी , अभिनव शंकर , सोनाली विश्वकर्मा आदि कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।