
हरिद्वार(नीति शर्मा)। राष्ट्रीय बाल अधिकार सरंक्षण आयोग द्वारा पेन इंडिया रेस्क्यू रिहैबिलिटेशन कैंपेन के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने निर्देश देते हुए कहा कि स्ट्रीट चिल्ड्रन का नियमानुसार चिह्नांकन किया जाए, तथा चाइल्ड लेबर के संबंध में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा बच्चों के लगातार स्कूल न पहुंचने पर बच्चे को ट्रैक किया जाए ताकि बच्चों को बाल श्रम से बचाया जा सके, बाल श्रम व भीख मांगने वाले सभी चिह्नित बच्चों की ट्रैकिंग की जाए, सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बाल बाल श्रम भिक्षावृत्ति न हो और बाल श्रम एवं भिक्षावृत्ति करते हुए पाए जाने पर तुरंत नियमानुसार रेस्क्यू किया जाए, तथा बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाकर शिक्षा से जोड़ा जाएं…

जिलाधिकारी ने बाल श्रम जिला कार्यबल एवं बाल श्रम बचाव दल को सख्ती से छापामारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में एक भी बाल विवाह न हो, बाल विवाह से संबंधित सूचना पर तत्काल कार्यवाही अमल में लाई जाए… बैठक में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिमरनजीत कौर,अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह, स्टेट कोऑर्डिनेटर उत्तराखंड गजेंद्र नौटियाल,सीओ एसपी बडोनी, डीपीओ अविनाश सिंह भदोरिया, श्रम प्रवर्तन अधिकारी अनिल पुरोहित, एसएनए नगर निगम ऋषभ उनियाल आदि अन्य अधिकारी उपस्थित थे।






