
रुड़की(संदीप तोमर)।ज्योतिष गुरुकुलम में पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं महारुद्राभिषेक का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें इक्कीस लीटर गंगाजल से ग्यारह लीटर दूध से भगवान शंकर का वैदिक मन्त्रों के द्वारा अभिषेक किया गया। राष्ट्र कल्याण,विश्व कल्याण की कामना कर भगवान शंकर को दूध,दही,शहद और शुद्ध घी व शक्कर के अलावा आम के रस,गन्ना के रस से भव्य अभिषेक किया गया। भक्तजनों ने भगवान शंकर के मंत्रों का जाप किया। ज्योतिषाचार्य गुरुदेव रमेश सेमवाल महाराज ने कहा कि श्रावण मास में भगवान शंकर का अभिषेक करने से सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भक्तजनों को भगवान की कृपा प्राप्त होती है। सभी कष्ट दूर होते हैं। श्रावण मास में भगवान शंकर धरती पर विराजमान रहते हैं। मां पार्वती जी के साथ जो भी भक्तजन गंगाजल से भगवान का अभिषेक करते हैं,उनके समस्त रोग दूर हो जाते हैं। दूध से अभिषेक करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। दही से अभिषेक करने से शरीर शुद्ध होता है।शक्कर का अभिषेक करने से मनोकामना पूर्ण होती है।
आचार्य रमेश सेमवाल महाराज ने बताया कि गन्ने के रस से अभिषेक करने से घर के कष्ट दूर होते हैं। बेल पत्री चढ़ाने से हर मनोकामना पूर्ण होती है,इसलिए हमें निरंतर भगवान शंकर का अभिषेक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर कल्याणकारी देवता हैं,जो सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। शंकर भगवान की पूजा करने से मृत्यु का भय भी दूर हो जाता है और रोग भी दूर हो जाते हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी सुभाष नंबरदार,सुलक्षणा सेमवाल,राधा भटनागर,चित्र गोयल,संजय शर्मा,इमरान देशभक्त,पूजा वर्मा,आशा गोयल,सुनीता सैनी,रचना वर्मा, कमलेश,संजीव शास्त्री,प्रकाश शास्त्री,सरिता,गुनगुन शर्मा,सीमा गुप्ता,अंजू सिंघल, इंद्रमणि सेमवाल आदि भक्तजन मौजूद रहे।



